Monday, December 19, 2016

प्राचीन इतिहास

प्राचीन इतिहास



*1. मौर्य साम्रज्य का शासनकाल-* 321 ई0 पू0 से 184 ई0 पू0 तक चला l
*2. मौर्य वंश का संस्थापक-* चन्द्रगुप्त मौर्य था l
*3. 322 ई0 पू0 में-* चन्द्रगुप्त मौर्य ने चाणक्य की सहायता से नन्द वंश के अंतिम शासक धनानंन्द की हत्या करके मौर्य साम्राज्य की स्थापना की l
*4. यूनानी साहित्य में-* चन्द्र्गुप्त मौर्य को सैंड्रोकोट्स कहा गया है l
*5. 305 ई0 पू0 में चन्द्रगुप्त का संघर्ष-* सिकंदर के सेनापति सेल्युकस निकोटर से हुई जिसमें चंद्रगुप्त की विजय हुईl
*6. चंद्रगुप्त के शासनकाल में-* मेगस्थनीज दरबार में आया और पाँच वर्षो तक पाटिलपुत्र रहा l
*7. मेगस्थनीज ने-* इन्डिका की रचना की जिसमें मौर्य साम्राज्य की दशा का वर्णन हैl
*8. चंद्रगुप्त मौर्य ने-* सौराष्ट्र,मालवा,अवन्ति के साथ सुदूर साउथ भारत को मगध राज्य में मिलाया l
*9. चंद्रगुप्त ने-* बाद में जैन धर्म स्वीकार किया व भद्रबाहु से जैन धर्म को स्वीकार किया l
*10. चंद्रगुप्त मौर्य ने-* ई0 पू0 300 में अनशन व्रत करके कर्नाटक के श्रवणगोला में अपने शरीर का त्याग किया l
*11. 300 ई0 पू0 में-* बिंदुसार मगध की गद्दी पर बैठा l
*12. यूनानी इतिहासकारों ने-* बिंदुसार को अपनी रचनाओं में अमित्रोकेट्स की संज्ञा दी है जिसका अर्थ होता है शत्रु का विनाशक l
*13. वायु पुराण में-* बिंदुसार को भद्रसार तथा जैन ग्रंथों में सिंहसेन कहा गया है l
*14. बिंदुसार के शासन काल में-* तच्छशिला में दो विद्रोह हुए पहले विद्रोह को उसके पुत्र सुसीम ने दबाया व दूसरे को अशोक ने दबाया l
*15. बिंदुसार की-* मृत्यु 273 ई0 पू0 हुई l
*16. बिंदुसार की मृत्यु के 4 वर्ष बाद-* ई0 पू0 269 में अशोक मगध की गद्दी पर बैठा l
*17. सिंहसनारुढ होते समय अशोक ने-* ‘देवनामप्रिय’ तथा प्रियदर्शी’ जैसी उपाधि धारण की l
*18. अशोक की माता का नाम-* सुभ्रद्रांगी था और वह चम्पा (अंग)की राजकुमारी थी l
*19. अशोक ने कश्मीर तथा खेतान पर* अधिकार किया कश्मीर में अशोक ने श्रीनगर की स्थापना की l
*20. राज्यभिषेक के 8वें वर्ष 261ई0 पू0 में अशोक ने-* कलिंग पर आक्रमण किया l



*21. कलिंग के हाथी गुम्फा अभिलेख से ज्ञात होता है कि-* उस समय कलिंग पर नंदराज नाम का कोई राजा राज्य कर रहा था l
*22. कलिंग युध्द में व्यापक हिंसा के बाद-* अशोक ने बौध्द धर्म अपनाया l
*23. अशोक ने बौध्द धर्म का-* प्रचार-प्रसार किया उसने अपने पुत्र महेंद्र व पुत्री संघमित्रा को बौध्द धर्म के प्रचार के लिये श्रीलंका भेजा
*24. अशोक ने 10 वें वर्ष में-* बोधगया व 20 वें वर्ष में लुम्बिनी की यात्रा की l 👌👌
*25. अशोक ने ‘धम्म’ को-* नैतिकता से जोडा इसके प्रचार प्रसार के लिये उसने शिलालेखों को उत्कीर्ण कराया ।

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